लखनऊ, 31 अगस्त 2025: उत्तर प्रदेश सरकार ने एक बड़े प्रशासनिक फेरबदल के तहत 8 आईपीएस अधिकारियों के तबादले के आदेश जारी किए हैं, जिसने पुलिस महकमे में नई हलचल पैदा कर दी है। इस तबादले में तीन जिलों—कानपुर देहात, शामली और श्रावस्ती—के पुलिस अधीक्षकों (SP) को बदला गया है, जबकि अन्य महत्वपूर्ण पदों पर भी नए चेहरों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। खास तौर पर 2017 बैच की तेज-तर्रार और कर्तव्यनिष्ठ आईपीएस अधिकारी श्रद्धा नरेंद्र पांडे को कानपुर देहात का नया पुलिस अधीक्षक नियुक्त किया गया है, जो इस तबादले की सबसे बड़ी हाइलाइट है।
श्रद्धा नरेंद्र पांडे: कानपुर देहात की नई कमांडर
श्रद्धा नरेंद्र पांडे, जो अपनी कुशल नेतृत्व क्षमता और अपराध नियंत्रण में दृढ़ता के लिए जानी जाती हैं, अब कानपुर देहात की कानून-व्यवस्था की बागडोर संभालेंगी। उनकी नियुक्ति से जिले में अपराध पर लगाम लगाने और जनता के बीच सुरक्षा का माहौल बनाने की उम्मीदें बढ़ गई हैं। कानपुर देहात, जो ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों का मिश्रण है, में उनकी यह नई पारी चुनौतियों के साथ-साथ अवसरों से भरी होगी। स्थानीय निवासियों और पुलिस महकमे को उनसे कड़े और पारदर्शी प्रशासन की उम्मीद है।
अन्य तबादलों का विवरण
इस तबादले में 2018 बैच के आईपीएस अधिकारी राहुल भाटी को श्रावस्ती का नया पुलिस अधीक्षक नियुक्त किया गया है। राहुल भाटी की युवा ऊर्जा और आधुनिक पुलिसिंग दृष्टिकोण से श्रावस्ती में अपराध नियंत्रण और सामाजिक समरसता को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। वहीं, हाल ही में प्रमोट होकर आईपीएस कैडर में शामिल हुए नरेंद्र प्रताप सिंह को शामली जिले की कमान सौंपी गई है। नरेंद्र प्रताप सिंह की यह नई जिम्मेदारी उनके करियर का एक महत्वपूर्ण पड़ाव मानी जा रही है, क्योंकि शामली जिला संवेदनशील और रणनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है।
इसके अलावा, नोएडा में पुलिस उपायुक्त (PCP) के पद पर तैनात लाखन सिंह यादव को 38वीं PAC बटालियन, अलीगढ़ भेजा गया है। यह तबादला भी पुलिस प्रशासन में नई गतिशीलता लाने की दिशा में एक कदम माना जा रहा है। अन्य चार आईपीएस अधिकारियों के तबादले भी विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर किए गए हैं, जिससे पूरे प्रदेश में पुलिस तंत्र को और मजबूत करने का संदेश दिया गया है।
क्यों हुआ यह फेरबदल?
उत्तर प्रदेश सरकार समय-समय पर प्रशासनिक दक्षता बढ़ाने और कानून-व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए ऐसे तबादले करती रहती है। यह कदम खास तौर पर उन जिलों में प्रभावी पुलिसिंग सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है, जहां अपराध नियंत्रण और जनसुरक्षा के नए आयाम स्थापित करने की जरूरत है। श्रद्धा नरेंद्र पांडे जैसे अनुभवी और ऊर्जावान अधिकारियों की नियुक्ति से सरकार ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वह अपराध के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति पर कायम है।
कानपुर देहात में नई उम्मीदें
कानपुर देहात में श्रद्धा नरेंद्र पांडे की नियुक्ति को लेकर स्थानीय लोगों में उत्साह देखा जा रहा है। जिले में संगठित अपराध, भूमि विवाद और सामाजिक तनाव जैसे मुद्दों पर प्रभावी नियंत्रण की जरूरत लंबे समय से महसूस की जा रही थी। उनकी नियुक्ति से न केवल पुलिस प्रशासन में नई ऊर्जा आएगी, बल्कि जनता और पुलिस के बीच विश्वास का रिश्ता भी मजबूत होगा।
आगे की राह
यह तबादला उत्तर प्रदेश पुलिस के लिए एक नई शुरुआत का प्रतीक है। सरकार की इस पहल से न केवल प्रशासनिक दक्षता बढ़ेगी, बल्कि जनता को भी यह भरोसा मिलेगा कि उनकी सुरक्षा और न्याय की मांग को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है। कानपुर देहात, शामली और श्रावस्ती जैसे जिलों में नए पुलिस अधीक्षकों की तैनाती से इन क्षेत्रों में कानून-व्यवस्था की स्थिति में सुधार की उम्मीद है।
