
सिकन्दरा के रामलीला मैदान में हो रहे 24 कुंडीय गायत्री महायज्ञ मे आज उपजिलाधिकरी पूनम गौतम, क्षेत्राधिकारी शिव ठाकुर एवं सत्ता एक्सप्रेस के संपादक अनुराग शुक्ला के द्वारा प्रथम आरती की गई इसके पश्चात देव पूजन किया गया, इसके अंतर्गत सभी देवी देवताओं का वैदिक मंत्रों एवं लयबद्ध संगीत के साथ आवाहन किया गया। सर्वप्रथम विघ्न विनाशक गणेश जी का आवाहन किया गया तत्पश्चात बारी-बारी से सभी देवी देवताओं का आवाहन किया गया।
इस शुभ अवसर पर शांतिकुंज से आए हुए मुख्य याजक जी ने कहा कि यह वर्ष गायत्री तीर्थ शांतिकुंज का स्वर्ण जयंती वर्ष है, आज से ठीक 50 वर्ष पूर्व गायत्री तीर्थ शांतिकुंज हरिद्वार की स्थापना की गई थी lउन्होंने कहा कि गायत्री तीर्थ शांतिकुंज के स्थापना का एकमात्र उद्देश्य यह है कि मनुष्य में देवत्व का उदय हो एवं धरती पर स्वर्गीय वातावरण का निर्माण हो। शांतिकुंज इसी दिशा में अनवरत बढ़ता हुआ चला जा रहा है।
उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति गायत्री तीर्थ शांतिकुंज में संपन्न होने वाले साधना शिविरों में बिना किसी संकोच के, बिना किसी भेदभाव के भाग ले सकता है। वहां निशुल्क भोजन एवं आवास की व्यवस्था है l जो लोग शांतिकुंज नहीं जा पाते उन्हीं लोगों के लिए इस तरह का आयोजन शांतिकुंज हरिद्वार के द्वारा प्रत्येक वर्ष पूरे देश में किया जाता है। उन्होंने कहा वेदमूर्ति तपोनिष्ठ पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य ने अखिल विश्व गायत्री परिवार का गठन सज्जनों को संगठित करने के लिए किया है, जब संसार में सज्जनों की संख्या बढ़ेगी तो स्वत: परिवार समाज और राष्ट्र में स्वर्गीय वातावरण का निर्माण होता चला जाएगा। आज 10 लोगों ने गायत्री महामंत्र की दीक्षा ग्रहण कर मनुष्य मात्र के उज्जवल भविष्य के लिए नित्य गायत्री महामंत्र की उपासना करने का संकल्प लिया।
आज संपन्न गायत्री महायज्ञ में लगभग हजारों लोगों ने अपने हाथों से आहुतियां प्रदान की एवं यह संकल्प लिया कि हम परम पूज्य गुरुदेव के संदेश को जन-जन तक पहुंचाएंगे, इस हेतु घर-घर यज्ञ घर-घर संस्कार का कार्यक्रम पूरे जिले में अनवरत चलाते रहेंगे।
आज के कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रदीप गुप्ता ,दिलीप कटियार, आशीष कटियार, आकाश सक्सेना, अनुज कटियार, रविन्द्र गुप्ता, सचिन गुप्ता,रिषभ गुप्ता, प्रियम,दीपक द्विवेदी,ऊषा कटियार, विमला कटियार, सरिता कटियार, गंगावती कटियार, सहित महिला मंडल की बहनों का भरपूर सहयोग मिल रहा है।
