कानपुर देहात: जिले में प्रशासनिक व्यवस्था को नई धार देने और जनता को बेहतर सेवाएं प्रदान करने के उद्देश्य से जिला प्रशासन ने ऐतिहासिक कदम उठाया है। 5 उप जिलाधिकारियों (एसडीएम) के तबादले और उनके कार्यक्षेत्र में बड़े बदलाव किए गए हैं। इस कदम को सुशासन की दिशा में एक बड़ा प्रयास माना जा रहा है।
भोगनीपुर और रसूलाबाद के प्रशासन में बदलाव की नई बयार
भोगनीपुर के एसडीएम सर्वेश कुमार सिंह को रसूलाबाद का नया एसडीएम बनाया गया है। उनकी जगह जितेंद्र कटियार को भोगनीपुर का प्रभार सौंपा गया है। कटियार, जो पहले मुख्यालय में अतिरिक्त मजिस्ट्रेट (द्वितीय) और आहरण एवं वितरण अधिकारी के पद पर अपनी काबिलियत साबित कर चुके हैं, अब भोगनीपुर के विकास की नई गाथा लिखने को तैयार हैं।
सिकंदरा में शालिनी देवी की नई शुरुआत
प्रशासनिक सुधारों की कड़ी में शालिनी देवी को सिकंदरा का नया एसडीएम नियुक्त किया गया है। शालिनी देवी, जो पहले अकबरपुर में उप जिलाधिकारी (न्यायिक) और मुख्यालय में अतिरिक्त मजिस्ट्रेट (प्रथम) के पद पर तैनात थीं, अपनी कुशल नेतृत्व क्षमता के लिए जानी जाती हैं। उनके आने से सिकंदरा में विकास योजनाओं को रफ्तार मिलने की उम्मीद है।
अन्य प्रमुख फेरबदल
रसूलाबाद की एसडीएम नीलिमा यादव को मुख्यालय में अतिरिक्त मजिस्ट्रेट (प्रथम) के रूप में तैनात किया गया है।
सिकंदरा के एसडीएम श्याम नारायण शुक्ला को मुख्यालय में अतिरिक्त मजिस्ट्रेट (द्वितीय) के तौर पर नियुक्त किया गया है।
प्रशासनिक सुधारों को नई ऊर्जा
यह बदलाव केवल स्थानांतरण तक सीमित नहीं है, बल्कि प्रशासनिक दक्षता और पारदर्शिता बढ़ाने की एक रणनीतिक पहल है। इस कदम से न केवल प्रशासनिक कार्यों में गति आएगी, बल्कि जनता को योजनाओं का लाभ तेजी से मिलेगा।
जिला प्रशासन का विजन
कानपुर देहात के जिलाधिकारी ने इस बदलाव को “सुशासन की दिशा में निर्णायक कदम” बताया है। उनका कहना है कि इन बदलावों से विकास कार्यों में तेजी आएगी और जनता को बेहतर सेवाएं मिलेंगी।
यह बड़ा प्रशासनिक फेरबदल एक संकेत है कि कानपुर देहात अब विकास और सुशासन के नए आयाम छूने की तैयारी में है।
