सिकंदरा, संवाददाता – महमूदपुर ग्राम पंचायत के तीन मजरों के ग्रामीणों ने राशन कोटा आवंटन की मांग को लेकर शुक्रवार को गांव के बाहर धरना दिया। ग्रामीणों का कहना है कि उन्हें राशन लेने के लिए हाईवे पार कर महमूदपुर गांव जाना पड़ता है, जिससे न केवल उन्हें कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है, बल्कि उनकी सुरक्षा को भी खतरा बना रहता है। लंबे समय से चली आ रही इस समस्या के समाधान के लिए उन्होंने प्रशासन से ठोस कदम उठाने की अपील की है।
धरने की वजह और ग्रामीणों की मांग
ग्रामीणों ने बताया कि कुछ समय पहले उनकी मांग पर ब्लॉक प्रशासन द्वारा कोटा आवंटन के लिए खुली बैठक बुलाई गई थी। इस बैठक में तीनों मजरों से कोटा के लिए आवेदन मांगे गए, लेकिन सिर्फ एक आवेदन अनीता पत्नी मुकेश द्वारा जमा किया गया। ग्रामीणों का आरोप है कि जब यह आवेदन एडीओ आईएसबी के पास जमा किया जाने वाला था, तो ग्राम प्रधान पति विवेक यादव ने इसे छीनकर फाड़ दिया। इस घटना से ग्रामीणों में भारी आक्रोश है और उन्होंने प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की है।
धरना जारी रखने की चेतावनी
ग्रामीणों का कहना है कि जब तक तीनों मजरों में से किसी एक को राशन कोटा आवंटित नहीं किया जाता, वे धरना जारी रखेंगे। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो वे तीन दिन के धरने के बाद आमरण अनशन पर बैठने को मजबूर होंगे। धरने में शामिल अनीता, गौतम, मुकेश, बच्चन सिंह, मनोज सहित अन्य ग्रामीणों ने प्रशासन से शीघ्र हस्तक्षेप करने की अपील की है।
स्थानीय प्रशासन से न्याय की उम्मीद
ग्रामीणों का कहना है कि महमूदपुर के मजरों में राशन वितरण की समस्या कोई नई नहीं है, लेकिन अब वे इसे हल होते देखना चाहते हैं। यदि प्रशासन जल्द से जल्द समाधान नहीं करता, तो वे आंदोलन को और व्यापक स्तर पर ले जाने को मजबूर होंगे।
समाधान की उम्मीद
धरने में शामिल ग्रामीणों ने उम्मीद जताई कि प्रशासन उनकी मांगों को गंभीरता से लेकर उचित कदम उठाएगा, जिससे उन्हें उनके अधिकारों का लाभ मिल सके और उन्हें राशन प्राप्त करने के लिए जोखिम भरी दूरी तय न करनी पड़े।
