बंपर निवेश, बेशुमार नौकरियां, जानिए क्यों खास है ये यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट

यूपी इन्वेस्टर्स समिट के लिए यूपी की ओर से यूएई, जापान, जर्मनी, थाईलैंड, मैक्सिको, अफ्रीका, ब्राजील आस्ट्रेलिया, फ्रांस, नीदरलैंड, बेल्जियम, कनाडा, अर्जेंटीना को न्योता भेजा गया है

यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट यूपी के सपनों को पंख देगी और संभावनाओं को नई उड़ान. इस तीन दिनी समिट का शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उद्घाटन कर दिया.
इस ग्लोबल समिट में 13 देशों के सैकड़ों इन्वेस्टर्स भाग ले रहे हैं, ऐसा माना जा रहा है कि ये समिट यूपी के विकास की रफ्तार और तेज कर देगी. यूपी सरकार को भी इस समिट में बंपर निवेश मिलने की आशा है, अभी तक निवेश को जो प्रस्ताव मिले हैं वह चेहरा खिला देने वाले हैं.

पिछली बार से पांच गुना ज्यादा निवेश का लक्ष्य
यूपी सरकार की ओर से आयोजित यूपी ग्लोबल इंस्वेस्टर्स समिट में पिछली बार से पांच गुना ज्यादा निवेश का लक्ष्य रखा गया है. इसके लिए 13 देशों के निवेशकों को न्योता भेजा गया है, समिट में लाखों करोड़ रुपये के एमओयू साइन होने की संभावना जताई जा रही है. इसके लिए पिछले कई दिनों से योगी सरकार तैयारियों में जुटी थी. इन्वेस्टर्स को न्योता देने के लिए सरकार के मंत्री, नेता और वरिष्ठ अधिकारी विदेश के दौरे पर खुद गए थे, ताकि विदेशी कंपनियां आकर्षित होकर यूपी में निवेश बढ़ाएं.

बेहतर दिख रहे परिणाम
उत्तर प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के सीईओ अभिषेक प्रकाश के मुताबिक समिट के लिए 10 लाख करोड़ रुपये के निवेश का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन बाद में इसे बढ़ाकर 17 लाख करोड़ कर दिया गया. फिलहाल जो निवेश प्रस्ताव मिले हैं उनका आंकड़ा 21 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा पर पहुंच गया है. इस समिट में 14 हजार समझौता पत्रों पर हस्ताक्षर होने की संभावना है, यदि ऐसा मुमकिन हुआ तो करोड़ से ज्यादा लोगों को रोजगार मिलेगा.

इन कंपनियों ने दिखाई दिलचस्पी
यूपी इन्वेस्टर्स समिट के लिए यूपी की ओर से यूएई, जापान, जर्मनी, थाईलैंड, मैक्सिको, अफ्रीका, ब्राजील आस्ट्रेलिया, फ्रांस, नीदरलैंड, बेल्जियम, कनाडा, अर्जेंटीना को न्योता भेजा गया था, इनमें से 300 से 400 विदेशी कंपनियां समिट में भाग लेंगी. खास तौर पर इनमें गूगल, एप्पल, रोल्स रॉयस, सुजुकी, वॉलमार्ट, अमेजन, जॉनसन एंड जॉनसन, फाइजर, मर्सिडीज, लॉरेल आदि कंपनियों ने खासी दिलचस्पी दिखाई है.

1 हजार उद्यमी कर चुके हैं हस्ताक्षर
ग्लोबल समिट में सिर्फ विदेशी ही नहीं बल्कि देसी निवेश बढ़ाने पर भी जोर है, समिट में 4 लाख करोड़ के देसी निवेश का लक्ष्य रखा गया है, इसमें 20 सेक्टरों के लिए निवेश नीतियां बनाई गई हैं. 1 हजार से ज्यादा उद्यमी 50 हजार से 200 करोड़ रुपये तक निवेश के लिए समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर कर चुके हैं. इससे 20 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा.

मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में निवेशकों की सबसे ज्यादा रुचि
ग्लोबल समिट में निवेश के इच्छुक उद्यमियों में सबसे ज्यादा रुचि निवेशकों ने मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में दिखाई है, कुल निवेश का 56 प्रतिशत इसी सेक्टर के खाते में जाने की उम्मीद है. बता दें कि निवेशकों को प्रोत्साहन देने के लिए राज्य सरकार निवेशकों को स्टांप ड्यूटी समेत कई क्षेत्रों में रियायतें दे रही है. निवेश के मामले में कृषि क्षेत्र दूसरे नंबर पर है.

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Author: R Hindustan

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