
सभी से अनुरोध है कि इस खबर को ध्यान से जरूर पढ़ें और हो सके तो मुख्यमंत्री महोदय तक जरूर पहुंचाएं जिससे कि मुख्यमंत्री खबर को संज्ञान में लेकर जल्द से जल्द इसका निस्तारण करें
औरैया ,इटावा, कन्नौज फर्रुखाबाद समेत पूरे उत्तरप्रदेश में गौवंश के संरक्षण के लिए अस्थाई व स्थाई गौशाला संचालित हो रही हैं लेकिन 4 माह से गौशालाओं में गौवांशो के भरण पोषण के लिए पैसा नहीं भेजा गया।
एक गोवंश पर 30 से 50 रुपए मिलने का सिर्फ कागजों पर आदेश तो कर दिया गया है मगर धरातल पर कुछ और ही देखने को मिल रहा है चारा नही होने से गौवंश सूखी लकड़ी खाने को मजबूर हैं जिनके तमाम वीडियो भी शोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं लेकिन जिले के जिम्मेदार मौन साधे हैं
वहीं सत्ता पक्ष के विधायक सांसद सिर्फ गो वंशों को माला पहनाकर और गुड़ खिलाकर व उन पर हाथ फेर कर सेल्फी लेकर शोशल मीडिया पर पोस्ट करने और अखबारों में खबर छपवाने में है माहिर मगर आज तक किसी सांसद किसी विधायक ने गौ सेवक व गौशाला को संचालित करने वाले से यह नहीं पूछा गया कि गो वंशों के भरण पोषण के लिए पैसा कब से नहीं आया है।
आखिरकार क्या महाराज जी को यह सब संज्ञान में नहीं है कि गौशाला संचालन करने वाला प्रधान दो और तीन सौ गो वंशों का चारा कहां से लाएगा
जब मीडिया द्वारा जिले के जिम्मेदार अधिकारियों से पूछा जाता है तो पता चलता है कि ऊपर से पैसा ही नहीं भेजा गया है अभी तक
आखिरकार सोई हुई प्रदेश सरकार गो वंशों के लिए कब उठाएगी मजबूत कदम
गौशालाओं वाली पंचायतों के ग्राम प्रधान बुरी तरह से कर्ज में डूबे भूंसे का नही दे पा रहे पैसा भुंसा व्यापारी और किसान सुबह होते ही प्रधानों के घर पहुंच जाते हैं तकादा करने।
